मन मस्तिष्क की उस क्षमता को कहते हैं जो मनुष्य को चिंतन शक्ति, स्मरण-शक्ति, निर्णय शक्ति, बुद्धि, भाव, इंद्रियाग्राह्यता, एकाग्रता, व्यवहार, परिज्ञान (अंतर्दृष्टि), इत्यादि में सक्षम बनाती है। सामान्य भाषा में मन शरीर का वह हिस्सा या प्रक्रिया है जो किसी ज्ञातव्य को ग्रहण करने, सोचने और समझने का कार्य करता है। यह मस्तिष्क का एक प्रकार्य है।
मन और इसके कार्य करने के विविध पहलुओं का मनोविज्ञान नामक ज्ञान की शाखा द्वारा अध्ययन किया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य और मनोरोग किसी व्यक्ति के मन के सही ढंग से कार्य करने का विश्लेषण करते हैं। मनोविश्लेषण नामक शाखा मन के अन्दर छुपी उन जटिलताओं का उद्घाटन करने की विधा है जो मनोरोग अथवा मानसिक स्वास्थ्य में व्यवधान का कारण बनते हैं। वहीं मनोरोग चिकित्सा मानसिक स्वास्थ्य को पुनर्स्थापित करने की विधा है।
सामाजिक मनोविज्ञान किसी व्यक्ति द्वारा विभिन्न सामाजिक परिस्थितयों में उसके मानसिक व्यवहार का अध्ययन करती है। शिक्षा मनोविज्ञान उन सारे पहलुओं का अध्ययन करता है जो किसी व्यक्ति की शिक्षा में उसके मानसिक प्रकार्यों के द्वारा प्रभावित होते हैं।
जिसके द्वारा सब क्रियाकलापो को क्रियानवृत किया जाता है। उसे साधारण भाषा में मन कहते है।।
फ्रायड नामक मनोवैज्ञानिक ने बनावट के अनुसार मन को तीन भागों में वर्गीकृत किया गया था :
फ्रायड ने कार्य के अनुसार भी मन को तीन मुख्य भागों में वर्गीकृत किया है।
ईगो (अहम्) का मुख्य कार्य वास्तविकता, बुद्धि, चेतना, तर्क-शक्ति, स्मरण-शक्ति, निर्णय-शक्ति, इच्छा-शक्ति, अनुकूलन, समाकलन, भेद करने की प्रवृत्ति को विकसित करना है।
इन्द्र | intra | sanskrit | महेंद्र , कार्मेंद्रीय (organs of action) , ज्ञानेंद्रिया (sense organs ) , कामेंद्रिय (sexual organs ) , इंद्रिय (external organs) | ||
इच्छा | sanskrit | तमन्ना , मुराद ,मर्जी | इच्छाशक्ति (will ) , इच्छामृत्यु (willful death ) , अनैच्छिक (unwilling ) , इच्छुक | ||
आत्म (ātma-) | auto-, self- | Sanskrit - (reflexive) pronoun | (self)स्वयं | आत्महत्या (ātmahatyā) = suicide; आत्मज्ञान (ātmajñān) = self-knowledge; आत्मकथा (ātmakathā) = autobiography | |
कंठ | throat | sanskrit (कण्ठ) | कंठ | ||
करुणा | compassion | Sanskrit करुणा (karuṇā) | |||
कर्म | कृ - कर्म ( perform etc.”) Sanskrit कर्मन् (kárman). Doublet of काम (kām). | करतूत ,किया-धरा , काम | कर्मज ,कर्मा ,कर्मचारी (staff , employee) | ||
कलन | Sanskrit कलन (kalana, “calculation”). | calculus | परिकलन | ||
कला | Sanskrit कला (kalā) | कारीगरी , करने कि विद्या | चंद्रकला ,शिल्पकला , उपकला(epithelium), | ||
कल्प | think | sanskrit कॢप् (kḷp) + -अ (-a, nominalizing suffix) | विकल्प ,संकल्प (volition ) ,परिकल्पना (hypothesis) | ||
कल्मष | sanskrit | ||||
कीर्ति | sanskrit | अकीर्ति , कीर्तिकार | |||
कुशल | auspicious | सकुशल , अकुशल , कुशल मंगल | |||
क्रूर | cruel | Proto-Indo-European *kruh₂rós, from *krewh₂- (“raw meat, fresh blood”) | |||
क्रोश | cry | Proto-Indo-Iranian *krawć- (“to cry, to call out”). | आक्रोश | ||
क्रोध | anger | क्रुध्यति • (krúdhyati) (root क्रुध्, | |||
घोर | angry | From Proto-Indo-Aryan *gʰawrás, | अघोरी , | ||
चकित | amazed | possibly from चक्षु | चकित , चकना , चकाना , चौंकना | ||
चुम्ब | kiss | From चुम्ब् (cumb, “to kiss”, | चुम्मा , चूमना , चुम्मी , चुंबक , चुंबन | ||
चेष्ठा | try | possibly from चष्टे • (cáṣṭe) (root चक्ष्, | चेष्ठा | ||
चैत | conscience | Inherited from Sanskrit चेत्तृ (cettṛ). | चैतन्य , सचेत (conscious) , अचेत (unconscious) , अंतश्चेतना (inner consciousness ) , चिंतन (anxiety) , चेतना (consciousness) | ||
त्रुटि | error | error | From the root त्रुट् (truṭ). | ||
दया | pity | from Sanskrit दया (dayā). | निर्दय , दया , दयालु | ||
धीर | slow | from Sauraseni Prakrit 𑀥𑀻𑀭 (dhīra), from Sanskrit धीर (dhī́ra, “steady”). | धीरे , धैर्य , धीमा | ||