जब शरीर का ताप सामान्य से अधिक हो जाये तो उस दशा को ज्वर या बुख़ार (फीवर) कहते है। यह रोग नहीं बल्कि एक लक्षण (सिम्टम्) है जो बताता है कि शरीर का ताप नियंत्रित करने वाली प्रणाली ने शरीर का वांछित ताप (सेट-प्वाइंट) १-२ डिग्री सल्सियस बढा दिया है। मनुष्य के शरीर का सामान्य तापमान ३६.३८°सेल्सियस या ९७.५ degree फैरेनहाइट होता है। जब शरीर का तापमान इस सामान्य स्तर से ऊपर हो जाता है तो यह स्थिति ज्वर या बुखार कहलाती है। ज्वर कोई रोग नहीं है। यह केवल रोग का एक लक्षण है। किसी भी प्रकार के संक्रमण की यह शरीर द्वारा दी गई प्रतिक्रिया है। बढ़ता हुआ ज्वर रोग की गंभीरता के स्तर की ओर संकेत करता है।
कारण निम्नलिखित रोग ज्वर का कारण हो सकते है-
- मलेरिया
- टायफॉयड
- तपेदिक (टी.बी.)
- गठिया रोग से संबंधित ज्वर
- खसरा
- . कनफेड़े
- श्वसन संबंधी संक्रमण जैसे न्युमोनिया एवं सर्दी, खाँसी, टॉन्सिल, ब्राँन्कायटिसआदि।
- मूत्रतंत्र संक्रमण (यूरिनरी ट्रॅक्ट इन्फेक्शन)
- मस्तिष्क ज्वर
- डेंगू
Discussion